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शरीर को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें? :Sharir-ko-swasthya-rkhne-ke-liye-kya-kare 2022


मानव जीवन आज के दौर में बहुत ही अस्वस्थ्य या कहें 

रोग युक्त होता जा रहा है, चारों ओर के दूषित वातावरण और पश्चिमी अंधानुकरण के कारण मानव के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा है।

    न केवल आप रोगी होते जा रहे हैं, बल्कि चारों तरफ़ से और भी कई सारी बीमारियों से घिरते जा रहा हैं, अगर चाहे तो हम इस दौर में भी अच्छे जीवन को जी सकते हैं, और अपने साथ साथ अपने परिवार को भी स्वस्थ रख सकते हैं।

    बस आपको इन नियमों के साथ अपने जीवन को ढालना पड़ेगा, हमें यकीन है आप ज़रूर स्वस्थ्य रहकर समाज और देश को भी स्वस्थ रख सकते हैं।

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 शरीर को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें? :Sharir ko-swasthya rkhne ke liye kya kare


संतुलित आहार ग्रहण करें:–


आप भी इस बात से सहमत होंगे कि जैसा हम भोजन करते हैं वैसा ही हमारे शरीर पर प्रभाव पड़ता है, अगर हम गरिष्ठ भोजन लेते हैं तो हमारे शरीर में तैल की मात्रा अधिक होने से फोड़े फुंसी आदि कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, और मन खिन्न भी रहता है।

अगर आप अपने शरीर को स्वस्थ्य रखना चाहते हैं तो आप भोजन में सादा भोजन लें, क्योंकि इसमें सभी प्रकार के प्रोटीन रहते हैं जो शरीर को हस्ट-पुष्ट भी रखते हैं।

हमारे पूर्वजों ने भी शास्त्रों में लिखा है– "जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन" इसलिए आप भोजन में हमेशा सलाद, सरस सब्जी या दाल और फल लेकर अपना भोजन स्वादिष्ट तो बनाओगे ही शरीर और मन भी स्वस्थ्य रखोगे।

अगर आपका पेट साफ है और पेट को सही डोज मिल रही है तो यकीन मानिये आप कभी भी बीमार हो ही नहीं सकते।


सुबह का नाश्ता कैसा हो: –


हम मनुष्य जो कुछ भी करते हैं, अपने पेट के लिए ही करते हैं, अगर हम पेट को पूरी तरीके से सही डोज देते रहे तो यकीनन आप कभी बीमारियों का सामना ही नही करोगे, बल्कि आप एक अच्छा जीवन व्यतीत करोगे।

नाश्ते में आपको बिल्कुल हल्का आहार लेना है, जैसे कि आप सभी प्रकार के फल, ड्राय फ्रूट, हरी सब्जियां, कई प्रकार के सेवन करने योग्य पत्तो का रस या इसका सेवन, और भी कर प्रकार की चीजें ले सकते हैं, ये पेट को आहार देकर एनर्जी तो देता है, लेकिन मनुष्य शारीर को वसा, मोटापा, और भी कई सारी बीमारियों से बचाता है।

हजारों पुराने शास्त्रों में नास्ता में यही सब कुछ बताया गया है, पश्चात 10 बजे के आस पास भोजन ले लेना चाहीए, यही जीवन पद्धति स्वास्थ को बढाती है और शरीर को ऊर्जा से युक्त रखती है।


पर्याप्त जल सेवन करें:– 


मानव शरीर की संरचना पानी के बिना की जाए तो संभव ही नहीं है क्योंकि अपने शारीर का 60 प्रतिशत भाग तो जलमय ही है, अत: शारीर को जीवित रखने और ऊर्जा से युक्त रखने के लिए शरीर की जरूरत के अनुसार पानी सेवन चाहिए, न अधिक और न ही कम।

क्या पानी अधिक पीना सही है?

एक दिन में पानी कितना पीना चाहिए?

मानव शरीर को कितना पानी लेना चाहीए?

ऐसे कई प्रश्न आपके मन में होंगे पर इसका जवाब सिर्फ इतना है, न ही मानव को अधिक जल पीना चाहीए क्योंकि अधिक पानी पीने का फायदा कुछ भी नही है बल्कि घाटा ही है, क्योंकि मानव तंत्र जरूरत के अनुसार ही कार्य करता है, अगर हम अधिक पानी पीते हैं तो तंत्र पर अधिक जोर पड़ता है, और सही मात्रा में पीते है तो तंत्र भी ठीक काम करता है और शरीर भी। इसका पैमाना मोटा मोटा इतना होता है कि एक स्वस्थ्य इंसान को 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहीए। सीडीसी/CDC की एक रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में एक वयस्क व्यक्ति के लिए लगभग 5-6 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए।


वर्कआउट या व्यायाम करना चाहिए:–


आदिकाल से ही मुनि ऋषि मानव शरीर को सही रखने ले लिए प्राणायाम और योगा की प्रेरणा देते आ रहे हैं, लेकिन मनुष्य ने ध्यान ही नही दिया लेकिन आज ध्यान देने की इच्छा भी न हो तो भी हमें चाहकर ध्यान देना पड़ेगा क्योंकि आज के समाज को और आज के मानव को जरूरत है उस संस्कृति की और उस जीवन शैली की।

आप खुद एक बार विचार कीजिए पहले समय में इतनी सुविधाएं नहीं थी, संसाधन नही थे फिर भी मानव स्वास्थ्य

के अनुकूल था, क्यों बीमार ही नही पड़ता था? और बीमार भी होता था तो जल्दी ठीक हो जाता था?

इसका जवाब है उनकी जीवन शैली, प्राणायाम करना, योगा करना और शुद्ध भोजन करना।

आपका ये भी प्रश्न हो सकता है, भाई हजारों लोग बीमारी से मर जाते थे, कई प्रकार की तो बीमारी थी?

आपका कथन सत्य है पर पहले के समय में जो आज की नई नई बीमारियां पैदा होती जा रही हैं ये नही थी, हां छुआ छूत की बीमारी फैल जाने से ही अधिक मोतें होती थी, जिसका आज हम सभी ने कोरोना से न बच कर ये कथन भी सही सिद्ध कर दिया है। 

अत: शरीर को योगा आदि से स्वस्थ्य रखना चाहिए।

जिससे एक्स्ट्रा फ़ैट या वसा मौजूद है वो भी ख़त्म हो जाता है। 

पर्याप्त नींद लेना चाहिए:–


मानव शारीर दिनभर की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में थका हारा आराम भी चाहता है, लेकिन आज के दौर में मनुष्य को काम तो बहुत है लेकिन लालच और अधिक पैसा कमाने की होड़ में नीद भी नही सुहाती, जिसका नजीता ये रहता है कि शरीर अपना काम करना तो जारी रखता है, लेकिन कई सारी बिमारियों को अपना घर भी बना लेता है, हमें चाहिए की कम से कम 6 घण्टे शरीर को आराम दे, ये शरीर को तो ठीक रखती ही है, साथ ही मनुष्य के मानसिक स्वास्थ्य का भी खयाल रखती है।

वैज्ञानिक के मतानुसार हमें रात में सोना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि जो नीद रात में मन और शरीर को 24 घंटे आराम देती है, वो दिन की नींद मनुष्य को 24 घंटे एनर्जी और मानसिक स्वास्थ्य नहीं दे पाती इसलिए रात की नींद बेहद जरूरी है।

मोबाईल की दुनिया से कई ज्यादा अच्छी दुनियां हमारा परिवार और समाज भी है, इसलिए मोबाईल से हटकर नींद की डोज पूरी लेनी चाहिए।


https://besmartauthor.blogspot.com/2022/08/success-Mitivation.html


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