आलस्य को दूर कैसे करें: aalasya ko door karne ke liye kya kare? 2022 :-
आप कितने सफल हैं और कितने नही, ये आपको कोई और नहीं बल्कि आपके पास स्थिति वो नालायक आलस्य इसका परिचय देता है।
धबडाइये नहीं, बिल्कुल सत्य बात है कि मनुष्य का सबसे बडा शत्रु कोई और नहीं बल्कि आपके नज़दीक बैठा वह आलस्य ही है।
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आलस्य को दूर कैसे करें: aalasya ko door karne ke liye kya kare? |
आप प्राय: आलस्य दूर करने का उपाय क्या है? आलस्य को दूर कैसे करें? ऐसे कई सारे प्रश्न पूछते रहते हैं तो कभी यूं ही गूगल बाबा पर ढूंढा करते हैं, लेकिन यकीन मानिये ये आपका अंतिम खत होगा, जिससे आपका आलस्य आपसे दूरियां बना लेगा, पर कंडीशन ये होगी आपको उसका पालन करना पड़ेगा।
सबसे पहले तो आलस्य को छोड़ने का तरीका बस इतना है कि आपको आलस्य को अपना साथी समझना भूलना पड़ेगा, मतलब ये कि आपको ये मानकर, तय करना है कि आलस्य आपका नही है, ये पराई चीज है जो कहीं से आपके पास भूल बस आ गई है, जिसे आपको बापिस भी करना है, क्योंकि भाई दूसरे की चीज अपने पास रखना अच्छी बात नहीं है, अगर आपका इससे विपरीत सोचना है कि भाई इस आलस्य को तो मैंने ही बनाया है, तब भी आपका सोचना ये बताता है कि अगर दोस्त जिसे आप बना सकते हैं, तो उसे मिटाने में भी आप समर्थ हैं, तो खुश रहिए आप इस आलस्य की समस्या से दूर होकर रहेंगे।
दुसरी बात आलस्य कई प्रकार का होता है, जैसे कि काफी सारा काम देखकर आलस्य आ जाना, अपने लिमिट के काम में भी आलस्य आ जाना, या फिर कुछ काम ही नहीं है, बस बिस्तर पर पड़े रहने का आलस्य, ये भी खतरनाक है और ये सभी खतरनाक है।
किसी काम को करने का मन ही नही करना या थोड़ा सा काम करके ब्रेक लेने की बहुत ज्यादा ईच्छा होना, सही शब्दों में कहें तो उससे भागने का मन करना, लेकिन इन सभी का इलाज मात्र इतना है कि आपको आपनी daily Life को अच्छे से सेट करना है, यकीनन आपका आलस्य कोशों दूर भाग जायेगा।
जल्दी सोने की आदत डालें: –
इस बात से तो आप भी सहमत होंगे कि जितना हम रात में सोकर अपनी नींद पूरी करते हैं, उतना दिन में सोकर भी नींद पूरी नही कर पाते। आखिर क्यों?
क्योंकि रात की नींद ही शरीर के साथ–साथ मन की भी थकावट मिटाकर सुबह से तरोताजा मौसम से मुलाकात कराती है, जिससे पूरा दिन ऊर्जा से सहित बीतता है।
अगर वही दिन में सोकर रात को जगना पड़ जाए तो अगला दिन भी पूरा खराब होता है, और मनस्थिति भी।
इसलिए बात तो काफ़ी सरल है, कि रात को सही समय पर सोकर सुबह जल्दी उठना हो जाए तो पूरा दिन अच्छा जाता है।
इसलिए नींद को सही समय पर और सही मात्रा में पूरा करना चाहिए बस इसी से आपका 50 प्रतिशत काम आलस्य को दूर करने का हो गया है।
आलस्य को दूर करने के लिए किस चीज का सेवन करें अगर आप कुछ ऐसा देख रहे हैं तो वो भी आपको सरल शब्दों में जानना आवश्यक है, क्योंकि आपका मन, वाणी और शरीर आपके भोजन के अनुरूप कार्यान्वित होते हैं, इसलिए जैसा हम खाते हैं वैसा हमारे शरीर पर और वैसा ही हमारे मन पर प्रभाव पड़ता है, जैसे की अगर किसी ने गरिष्ठ भोजन जैसे दाल बाटी चूरमा को भर पेट खा लिया है, तो यकीनन वह आलस्य का शिकार होगा, सुस्ती सी छा जायेगी, और उसका शरीर पहले की भांति काम में नही लगेगा, इसीलिए आलस्य को दूर भागने के लिए हमें सही चुनाव करके भोजन लेना चाहीए, इसका मतलब ये नहीं कि ये पदार्थ खाने ही छोड़ दें, नहीं आपने शरीर के अनुरूप कार्य करें।
पहला तरिका:– प्राय: लोग आलस्य को दूर भागने के लिए ग्रीन टी का भी उपयोग करते हैं, इससे एनर्जी मिलती है। जो फायदेमंद भी है, अगर आलस्य या सुस्ती लग रही है तो इसका सेवन करना सही सिद्ध होगा।
दूसरा तरीका:– अगर आप चाहें तो दही का भी सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन काफी मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने में सहायक होते हैं, साथ ही रोगों से दूर रखने की पावर भी दही में होती है।
तीसरा तरीका:– बहुत से लोग सौंफ का सेवन भी करते हैं, इससे आलस्य और सुस्ती को दूर किया जा सकता है। क्योंकि सौंफ में आयरन, कैल्शियम, सोडियम और पोटेशियम काफी मात्रा में पाए जाते हैं जो कि शरीर की सुस्ती और आलस्य को दूर भगाने में सहायक होते हैं।
चौथा उपाय:– जितना तो सके तैल के प्रोडक्स से बचें,
आप भोजन में सादा थाली ही अफोर्ड करें, ये आपके मन को तो शांत रखती ही है, आपकी पॉकेट को भी सुरक्षा प्रदान करती है। प्राय: आपको दलिया का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट और ग्लाइकोजन काफी मात्रा में पाए जाते जो आलस्य को दूर करने में सहायक हैं।
पांचवा उपाय:– अगर आपका पानी सेवन करने का बैलेंस सही है, तो आपका शरीर आपका साथ देता है।
गैस, सिरदर्द, चक्कर आना, बैचेनी सी होना, इत्यादि सभी समस्याएं पानी की सही मात्रा को नही रख पाने के कारण भी होती हैं, इसलिए पानी का उचित मात्रा में सेवन करते रहना चाहिए जिसने आप इन समस्याओं से दूर रहोगे, तो आलस्य भी नहीं आयेगा। क्योंकि आपको आलस्य के कारण जाने बिना समाधान नहीं मिल सकता इसलिए उसे पैदा ही नहीं होने दें, ऐसा उपाय करना जरुरी है।
आलस्य के पितामह, मोबाईल से बचने का तरिका:–
आलस्य को बड़ाने मे आज के समय में सबसे अधिक योगदान आपके हाथ पर रखे इसी मोबाईल का दोष है, जो आपको अपने प्रिय मित्र से भी अधिक प्रिय है।
जरा विचार कीजिए आप अपना कीमती समय तो खोते ही है, साथ ही अपने आलस्य को बड़ाते हैं।
अगर इस मोबाईल जैसी बला को सही से use करना आ गया तो आपका 40 परसेंट काम तो ऐसी से हो जायेगा, इसके कारण हम कई सारे काम में ढील दे देते है, काम कल पर छोड़ देते हैं अगर इससे अधिक हम काम कर ध्यान देना शुरु करदें तो आपका आलस्य दूर भाग जायेगा।
आप अपने आस पास भी ऐसा उदाहरण देख सकते हैं। हमारे दादा जी, पिता जी, भी आलस्य से दूर दिखाई पड़ते हैं, क्योंकि वे मोबाईल के आदी नही हैं।
आलस्य को दूर करने के लिए क्या उपाय करें? इसके कुछ बिंदू आप देख सकते हैं:–
1. अपनी एक दिनचर्या होनी चाहिए, जिसे आप फॉलो करने की पूरी कोशिश करें।
2. खान पान का विशेष ध्यान रखें, फास्ट फूड, जंक फूड से भी आलस्य उत्पन्य होता है।
3. पानी की मात्रा सही रखें, पानी पीते रहने से शरीर और शरीर से मन भी शान्त रहता है।
4. मोबाईल से दूर रहने की कोशिश करो।
5. अपने सपनों पर काम करना शुरु करदो, आगे रास्ते खुद वा खुद खुल जायेंगे।
6. समय का विशेष ध्यान रखें, समय पर काम करने की आदत डालें जो आपके करियर में भी आगे काम आयेगी।
7. बात करने में जल्द बाजी न करें, शब्दों को आत्म विश्वास के साथ प्रेषित करें, आपका डर और आलस्य दोनों दूर भागेंगे।
8. घर के बड़ो को सम्मान दो, अगर उनकी बार मानोगे तो ज़रूर सही मार्ग पर लगोगे तब आलस्य का काम ही नहीं रह जाता।
9. भोजन करने के बाद बिस्तर को छूना भी मत, ये बिस्तर भोजन के बाद आपको अपनी गोद में लेने की पूरी कोशिश करते हैं।
10. भोजन के बीच पानी पीना ठीक नहीं है, ये भी आलस्य को पैदा करती है।
आलस्य कोई बाहर की चीज नहीं जिसे लाठी मारकर निकाल दें, इसे भगाने के लिए अपने अंतर मन से लड़ना पड़ेगा। तो आप कोशिश तो करो, आगे आपकी जीत........
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